Search This Blog
एकादशी व्रत कथा ब्लॉग एकादशी और कई पौराणिक कथाओं के बारे में विस्तार से बताता है। यह ब्लॉग सनातन धर्म से जुड़े हर रहस्य को उजागर करने में सक्षम है। एकादशी ब्लॉग के माध्यम से हम आप सभी तक पूरे वर्ष में पड़ने वाली सभी 26 एकादशी की कथा को विस्तार से लेकर आए है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप सभी को सनातन धर्म से जुड़ने का एक अवसर प्राप्त होने जा रहा है।
Featured
- Get link
- Other Apps
देवरहा बाबा की जीवनी? | देवरहा बाबा का जीवन परिचय
देवरहा बाबा का जन्म स्थान
आज हम आप सभी के समक्ष एक ऐसे संत की जीवनी लेकर आए हैं जो अपने आप में एक चमत्कारी व्यक्तित्व के स्वामी थे। जिनके जन्म के विषय में किसी को भी संपूर्ण ज्ञान नहीं कि उनका जन्म कब कहां और किस अवस्था में हुआ था। उनके विषय में जो कथाएं प्रचलित हैं, जो साधारण जनमानस जानता है, वह यह है कि उनका जन्म भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के देवरिया जिले में हुआ था।
क्या देवरहा बाबा की आयु 250 वर्ष थी? |
क्या देवरहा बाबा की आयु 500 वर्ष थी? |
क्या देवरहा बाबा की आयु 900 वर्ष थी?
मुख्य रूप से देवरहा बाबा देवरिया में रहने के कारण प्रसिद्ध हुए और देवरिया में इस महान संत की उत्पत्ति के कारण ही इनका नाम देवरहा बाबा हुआ। विभिन्न संतो के विचारों के अनुसार उन पर लिखित किताबों के अनुसार यह बात स्पष्ट होती है कि देवरहा बाबा अपने संपूर्ण जीवन में एक लंबी आयु प्राप्त करने के पश्चात ही उन्होंने अपने शरीर का त्याग किया। कोई उनकी आयु 200 साल के लगभग बताता है, तो कोई संत उनकी आयु 500 साल, तो कोई 900 साल भी बताते हैं परंतु उनके जन्म के विषय में किसी को भी ठीक-ठीक है पर उनके चमत्कारों की चर्चा आज भी होती रहती है।
देवरहा बाबा जीवन पर्यंत अपने अनुयायियों के आने वाले कष्टों को दूर करने के लिए तरह-तरह के चमत्कार दिखाते थे जिसके कारण उनकी ख्याति दिन-ब-दिन बढ़ती गई। उनकी ख्याति इस कदर बढ़ चुकी थी कि भारत के राज्य ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत का नेतृत्व करने वाले प्रधान नेता राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तक उनके दर्शनों की इच्छा रखते हुए उनके दर्शनों को आते थे।
देवरहा बाबा क्या खाते थे?
देवरहा बाबा एक दिव्य संत थे। उनकी उपस्थिति साधारण जनमानस के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं थी। बिना कुछ खाए अपने संपूर्ण जीवन को यूं ही भक्तों के कल्याण के लिए बिता देना केवल एक महान संत की पहचान कराता है। जितने भी संतों ने आज तक देवरहा बाबा के विषय में अपनी वाणी से कुछ कहा है, वह सभी एक ही बात प्रमुखता से कहते हैं कि देवरहा बाबा ने अपने संपूर्ण जीवन में अन्न का एक दाना भी नहीं खाया अपने संपूर्ण जीवन काल में देवरहा बाबा केवल यमुना के पानी पर ही निर्भर थे अर्थात् वे यमुना नदी का पानी अर्थात यमुना के जल को ही आहार के रूप में ग्रहण करते थे और कभी-कभी भक्तों द्वारा लाये हुवे दूध, शहद, या श्रीफल के रास को ग्रहण करते थे परंतु अपने संपूर्ण जीवन काल में उन्होंने कभी भी अन्न नहीं खाया और एक लंबी आयु प्राप्त की।
देवरहा बाबा का आश्रम
देवरहा बाबा की लम्बी आयु का रहस्य क्या है ?
देवरहा बाबा की सिद्धि
कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न
देवरहा बाबा के वैश्विक ख्याति
- Get link
- Other Apps
Popular Posts
परमानन्द जी महाराज का जीवन परिचय
- Get link
- Other Apps
Narsingh Kavach Mahima Stotra | संपूर्ण नरसिंह कवच स्तोत्र
- Get link
- Other Apps
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in a comment box.