Posts

Showing posts from June, 2022

माघ शुक्ल पक्ष जया एकादशी व्रत कथा माहात्म्य सहित

Image
॥ अथ जया एकादशी माहात्म्य ॥ धर्मराज युधिष्ठिर बोले-हे भगवान! आपने माघ माह की कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी का अत्यन्त सुन्दर वर्णन किया है। अब कृपा कर माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी की कथा का वर्णन कीजिये। इस एकादशी का नाम, विधि और देवता क्या और कौन सा है? श्रीकृष्ण भगवान बोले-हे राजन! माघ माह की शुक्लपक्ष की एकादशी का नाम जया है। इस एकादशी व्रत से मनुष्य ब्रह्महत्या के पाप से छूट जाते हैं और अन्त में उनको स्वर्ग प्राप्ति होती है। इस व्रत से मनुष्य कुयोनि अर्थात भूत, प्रेत, पिशाच आदि की योनि से छूट जाता है। अतः इस एकादशी के व्रत को विधि पूर्वक करना चाहिये। हे राजन! मैं एक पौराणिक कथा कहता हूँ। जया एकादशी व्रत कथा एक समय की बात है जब देवराज इंद्र स्वर्गलोक में अन्य देवताओं के साथ गायन और नृत्य का आनंद ले रहे थे। उस सभा में गंदर्भो में प्रसिद्ध पुष्पवन्त नाम का गंदर्भ अपनी पुत्री के साथ उपस्थित था।  देवराज इंद्र की सभा में चित्रसेन की पत्नी मलिन अपने पुत्र के साथ जिसका नाम पुष्पवान था और पुष्पवान भी अपने लड़के माल्यवान के साथ उपस्थित थे। उस समय गंधर्भो में सुंदरता से भी सुन्दरतम स्त्री जि

दशरथ महल: अयोध्या के पलटू बनिए की कहानी | Ayodhya Puri Ke Paltu Baniye Ki Kahani

Image
अयोध्या पूरी   नमस्कार मित्रों आज हम आप सभी के समक्ष भगवान श्री राम की पुरी  अयोध्या पुरी कि एक ऐसी विचित्र कथा को लेकर आए हैं जिसे सुनने के बाद आप आत्म विभोर हो जाएंगे। इस कथा को सुनने के पश्चात आपको यह आभास होगा कि भगवान श्री राम अयोध्या के कण-कण में वास करते हैं।  इसलिए अपने भगवान श्रीराम पर हम सभी को पूर्ण आस्था और विश्वास रखना चाहिए क्योंकि भगवान के घर देर अवश्य है पर अंधेर नहीं है अर्थात भगवान श्री राम अपने हर भक्त पर अपनी कृपा अवश्य बरसाते हैं।  कथा  भगवान श्री राम अयोध्या आज अपने आप में एक पौराणिक महत्व रखती है। आप सभी जानते हैं कि जब भी अयोध्यापुरी को देखा जाता है तो उसका एक आध्यात्मिक दृष्टिकोण रखकर ही देखा जाता है क्योंकि भगवान श्री हरी ने भगवान श्री राम के रूप में अयोध्यापुरी में अवतार धारण कर अपने भक्तों के कष्टों का निवारण किया था। अयोध्यापुरी में बहने वाली नदी को हम सभी गंगा स्वरूपणी सरयू माता के नाम से जानते हैं।  उसी अयोध्यापुरी में जब कभी भी आप जाएं तो आप देखेंगे कि वहां पर अनेकों अनेक मंदिर विराजमान हैं जिनमें भगवान श्री राम सहित उनके संपूर्ण परिवार की पूजा अर्चना की