तीन पैर वाले भृंगी की कथा देवाधिदेव महादेव के गणों मे एक गण हैं भृंगी। एक महान शिवभक्त के रुप में भृंगी का नाम सदैव सम्मान के साथ लिया जाता है। महादेव के गणों मे एक हैं भृंगी। एक महान शिवभक्त के रुप में भृंगी का नाम अमर है। कहते हैं जहां शिव होंगे वहां गणेश, नंदी, श्रृंगी, भृंगी, वीरभद्र का वास स्वयं ही होगा। शिव-शिवा के साथ उनके ये गण अवश्य चलते हैं। इनमें से सभी प्रमुख गणों के बारे में तो कहानियां प्रचलित हैं। जैसे दक्ष यज्ञध्वंस के लिए वीरभद्र उत्पन्न हुए। आपने यह सब कथाएं…
Read more॥ अथ पुत्रदा एकादशी माहात्म्य ॥ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः प्रिय भक्तों आज हम आप सभी के समक्ष पुत्रदा एकादशी की कथा सुनाएंगे। साल में पड़ने वाली 2 पुत्रदा एकादशियो में से आज की कथा श्रावण मास में पड़ने वाली पुत्रदा एकादशी की है। इस एकादशी का व्रत अपने आप में क्या महत्व रखता है और इस एकादशी की कथा को सुनने और इसके व्रत को रखने से कौन-कौन से पुण्य फल प्राप्त होते हैं। इन समस्त विषयों की जानकारी आज की कथा में हम आप सब को प्रदान करेंगे। हमारी आशा है और पूर्ण विश्वास है कि आप सभी…
Read moreअयोध्या पूरीनमस्कार मित्रों आज हम आप सभी के समक्ष भगवान श्री राम की पुरी अयोध्या पुरी कि एक ऐसी विचित्र कथा को लेकर आए हैं जिसे सुनने के बाद आप आत्म विभोर हो जाएंगे। इस कथा को सुनने के पश्चात आपको यह आभास होगा कि भगवान श्री राम अयोध्या के कण-कण में वास करते हैं। अपने भक्तों के हृदय में वास करते हैं और उन्हें अपने छोटे से छोटे भक्तों की चिंता सदैव घेरे रहती है। इसलिए अपने भगवान श्रीराम पर हम सभी को पूर्ण आस्था और विश्वास रखना चाहिए क्योंकि भगवान के घर देर अवश्य है पर अंधेर न…
Read more॥ अपरा एकादशी माहात्म्य ॥यूं तो संसार में अनेकों अनेक व्रत बतलाए गए हैं परंतु सनातन धर्म के पुराणों में जिस व्रत को सबसे विशिष्ट रूप में माना गया है उसे एकादशी के नाम से जाना जाता है। एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और उसका परलोक भी सुधर जाता है। एकादशी का व्रत करना समस्त प्राणी मात्र के लिए एक मात्र एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा वह स्वयं के साथ-साथ अपने कुल का भी उद्धार कर सकता है। अतः हम सभी को यथासंभव एकादशी के व्रत को करना चाहिए क्योंकि एकादशी क…
Read more॥ अथ मोहिनी एकादशी माहात्म्य ॥धर्मराज युधिष्ठिर बोले-हे कृष्ण! वैशाख माह की शुक्लपक्ष की एकादशी का क्या नाम तथा क्या कथा है? इसकी व्रत करने की कौन सी विधि है? सो सब विस्तार पूर्वक कहिए। श्रीकृष्ण भगवान बोले कि हे धर्मनन्दन! मैं एक कथा कहता हूँ जिसको महर्षि वशिष्ठ जी ने श्रीरामचन्द्रजी से कहा था। श्रीरामचन्द्रजी बोले-हे गुरुदेव! आप मुझसे कोई ऐसा व्रत कहिए जिससे समस्त पाप और दुःख नष्ट हो जावें । मेहिनी एकादशी की दुर्लभ कथा Mohini Ekadashi Vrat Katha महर्षि वशिष्ठ बोले-हे राम! आपके…
Read more|| देवी अर्गला स्तोत्रम् महात्म्यं |||| Argala Stotram Mahatma||देवी अर्गला स्तोत्रम का पाठ माता आदिशक्ति अर्थात माता दुर्गा को समर्पित है। खास तौर पर नवरात्रि के दिनों में देवी अर्गला स्तोत्र का पाठ दुर्गा कवच के साथ किया जाता है। नवरात्रि के अलावा विशेष पर्व में या दुर्गा पूजन के समय भी देवी अर्गला स्तोत्र का पाठ किया जाता है जो कि मंगल दायक हो शुभ कारक सिद्ध होता है। देवी अर्गला स्तोत्र का पाठ करके साधक देवी को प्रसन्न करने की क्षमतावां हो जाते हैं और देवी की अनुकंपा प्रा…
Read more॥ अथ बरूथिनी एकादशी महात्म ॥ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः प्रिय भक्तों आज हम आप सभी के समक्ष वरुथिनी एकादशी के महात्म कथा को लेकर आए हैं। वरुथिनी एकादशी सर्वप्रथम किसने किससे कहीं और इसकी कथा सुनने का क्या लाभ होता है, इस व्रत को करने से कौन-कौन से पुण्य लाभ प्राप्त होते हैं, इन समस्त बातों का विवरण आज हम आप सभी के समक्ष यहां विस्तार पूर्वक रखेंगे। आप सभी से मेरी प्रार्थना है कि आप सभी अपने ध्यान को एकाग्र करके भगवान श्री हरि की इस परम पावन एकादशी कथा का श्रवण करें और अपने पर…
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