सनातन धर्म के अनगिनत पुराणों का अनावरण पुराणों में समाहित गहन रहस्यों को उजागर करने की यात्रा पर निकलते हुए सनातन धर्म के समृद्ध ताने-बाने में आज हम सभी गोता लगाएंगे। प्राचीन ग्रंथों की इस खोज में, हम कालातीत ज्ञान और जटिल आख्यानों को खोजेंगे जो हिंदू पौराणिक कथाओं का सार हैं। पुराण ज्ञान के भंडार के रूप में कार्य करते हैं, जो सृष्टि, नैतिकता और ब्रह्मांड को नियंत्रित करने वाली ब्रह्मांडीय व्यवस्था के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। प्रत्येक पुराण किंवदंतियों, वंशावली और दार्शनिक शिक्षाओं का खजाना है जो लाखों लोगों की आध्यात्मिक मान्यताओं को आकार देना जारी रखते हैं। आइए हम कहानियों और प्रतीकात्मकता की भूलभुलैया से गुज़रते हुवे रूपक और रूपक की परतों को हटाकर उन अंतर्निहित सत्यों को उजागर करने का प्रयास करें जो सहस्राब्दियों से कायम हैं। हमारे साथ जुड़ें क्योंकि हम इन पवित्र ग्रंथों के पन्नों में मौजूद देवताओं, राक्षसों और नायकों के जटिल जाल को उजागर करने का प्रयास कर रहे हैं, जो मानव अस्तित्व का मार्गदर्शन करने वाले शाश्वत सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हैं। हिंदू धर्म में पुराणों का म...
परम पूज्य महामंडलेश्वर युगपुरुष स्वामी श्री परमानंद गिरि जी महाराज हम सभी को यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि अंधेरा प्रकाश से ही जाता है अर्थात अगर अंधेरे को हटाना है तो हमें प्रकाश करना पड़ेगा परंतु उस प्रकाश को करने के लिए हमें कौन-कौन से कार्य करने पड़ेंगे जिससे हमेशा के लिए एक शाश्वत प्रकाश हमारे मार्ग को प्रकाशित करता रहे। अंधकार से प्रकाश मनुष्य को जो भी कष्ट, जो भी पीड़ा होती है वह केवल इस शरीर के होने की वजह से है। अगर शरीर ना होता तो हमें कोई पीड़ा भी ना होती। जब तक शरीर है तब तक पीड़ा है जब शरीर ना होगा तो हमें पूर्ण आनंद होगा अर्थात हमें कभी भी मृत्यु से डरना नहीं चाहिए क्योंकि मृत्यु परमानंद तक प्राणी को पहुंचाती है अर्थात परमेश्वर में विलीन करके हमें ईश्वर के तत्व में समाहित कर जाती है। वेदांत वचनो के प्रकांड विद्वान महाराज श्री के अमृत वाणी से हम सभी के अंतर्मन में उठ रहे अनेको द्वंदों का छेदन होता रहा है और आज भी महाराज श्री यही करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें पूर्ण आशा है कि उनके अमृत वचनों को सुनकर आप सभी के मन अर्थात हृदय के तमाम संशयो के जाल टूट ...